वायु पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन श्रृंखला: महत्वपूर्ण जीवन शक्ति’ का आयोजन

 वायु पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन श्रृंखला: महत्वपूर्ण जीवन शक्ति’ का आयोजन

जन गण मन लाईव

वायु पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन श्रृंखला: महत्वपूर्ण जीवन शक्ति’ का उद्घाटन ओडिशा के राज्यपाल महामहिम, प्रो. गणेशी लाल तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने किया

इस सम्मेलन का सार आंतरिक जागृति है : राज्यपाल

मिशन लाइफ के हिस्से के रूप में सतत उत्पादन और टिकाऊ खपत जलवायु परिवर्तन एवं वायु प्रदूषण की समस्या समाप्त करने का मार्ग है: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री

पहली बार 9 शहरों को 5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के कुल नकद पुरस्कार के साथ ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु शहर’ पुरस्कार प्रदान किए गए

ओडिशा के भुबनेश्वर में ”वायु: महत्वपूर्ण जीवन शक्ति” विषय पर 2 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन श्रृंखला का उद्घाटन आज ओडिशा के राज्यपाल महामहिम प्रो. गणेशी लाल तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, श्री भूपेंद्र यादव ने किया। यह सम्मेलन आज़ादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में सम्मेलनों की एक श्रृंखला में से एक है। सम्मेलन का उद्देश्य सृष्टि के पांच आवश्यक तत्वों पंचमहाभूत की तुलना में दुनिया भर में भारतीय विचारों का प्रसार करन है।

से रोकने के लिए की गई कार्रवाई पर उच्च स्कोरिंग के लिए 1.5 करोड़ रुपये का यह पुरस्कार दिया गया। लखनऊ की महापौर सुश्री संयुक्ता भाटिया ने ओडिशा के महामहिम राज्यपाल माननीय प्रो. गणेशी लालतथा केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रीश्री भूपेंद्र यादव से चेक और प्रमाण पत्र प्राप्त किया।

शहरों की दूसरी श्रेणी में यानी 3 से 10 लाख के बीच की आबादी वाले शहरों में मुरादाबाद को 75 लाख रुपये के नकद इनाम के साथ प्रथम पुरस्कार मिला। मुरादाबाद को पीएम 10 सघनता को 36 प्रतिशत कम करने के लिए यह पुरस्कार मिला है। तीसरी श्रेणी के शहरों यानी 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास को 37.5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ प्रथम पुरस्कार मिला। इन पुरस्कारों से इन शहरों और पुरस्कार प्राप्त ना कर सके शहरों को एक स्वच्छ और हरित भारत प्राप्त करने की दिशा में अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रेरित करने की आशा है।

उद्घाटन सत्र में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने व्यापक रूप से हिस्सा लिया। गैर-प्राप्ति वाले शहरों के निगमायुक्त, राज्य शहरी विकास विभागों के प्रतिनिधि, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड/प्रदूषण नियंत्रण समितियां, वायु गुणवत्ता विशेषज्ञ, पीएसजी अधिकारी, शिक्षाविद और देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भी इस समारोह में शामिल हुए

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