किरूली गांव में पांडव नृत्य के आयोजन से जीवंत हुई लोक-संस्कृति

 किरूली गांव में पांडव नृत्य के आयोजन से जीवंत हुई लोक-संस्कृति

जनगणमन‌.लाईव 16 दिसंबर 23

किरूली गांव में पांडव नृत्य के आयोजन से जीवंत हुई लोक-संस्कृति

पीपलकोटी ‌

सीमांत जनपद चमोली के किरूली गांव में 14 दिसम्बर से पांडव नृत्य का आयोजन हो रहा है। पांडवो के पात्र अपने अस्त्र शस्त्र   के साथ नृत्य  कर रहे हैं ।पांडव नृत्य के आयोजन से गांव में भी रौनक बनी हुयी है और  हर्ष व उल्लास का माहौल  है   गौर तलब है कि पांडव नृत्य का आयोजन पांडवो की याद में और घर गांवों में खुशहाली  के लिये किया जाता है  लोक मान्यता  यह भी है पांडव नृत्य करने करने के बाद गोवंश में होने वाला खुरपका रोग भी ठीक हो जाता है

ये है किरूली गांव में पांडव नृत्य का कार्यक्रम!

14 दिसम्बर 2023 — प्रराम्भ
15 दिसम्बर 2023 — बाण निकालना (अस्त्र/शस्त्र)
16 दिसम्बर से 19 दिसम्बर 2023 – पांडव नृत्य
20 दिसम्बर 2023 — मोरी डाली (सल्ला)
21 दिसम्बर 2023 — केला पेड़
22 दिसम्बर 2023 — पंय्या डाली/ नारायण भगवान ब्यो और गेंडा वध कौथिग
23 दिसम्बर — गंगास्नान/ जलजात्रा
24 दिसम्बर — ब्रह्मभोज/ सामूहिक भोज/ समापन

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