उत्तराखंड अतिथि शिक्षक महासंघ 13 दिसम्बर से प्रदेश के ननूरखेडा स्थित शिक्षा निदेशालय में तदर्थ नियुक्ति को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं । अतिथि शिक्षकों ने आंदोलन तेज करने का ऐलान किया है
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अतिथि शिक्षक विगत 8 सालों से दुर्गम व अति दुर्गम विधालयों में अल्प मानदेय पर पूरे मनोयोग से पठन पाठन कार्य कर रहे हैं जिससे छात्र छात्राओं का भविष्य सुधरा है उसके बावजूद भी सरकार अतिथि शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति प्रदान नहीं कर रही है बहुत से अतिथि शिक्षकों की आयु सीमा पार हो चुकी है ऐसे मे सरकार को चाहिए कि अतिथि शिक्षकों की 8 सालों की सेवा को देखते हुये इन्हें तदर्थ नियुक्ति प्रदान करे।
शिक्षा निदेशालय में हजारों अतिथि शिक्षक धरने पर बैठे हैं।
अतिथि शिक्षकों के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक भट्ट का कहना है कि जब तक सरकार अतिथि शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति प्रदान नहीं करती है तब तक प्रदेश के सभी अतिथि शिक्षक हडताल पर बैठे रहेंगे।
अतिथि शिक्षकों के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष जोशी ने कहा कि अतिथि शिक्षकों के सुरक्षित भविष्य के लिए प्रदेश सरकार को ठोस नीति बनाकर तदर्थ नियुक्ति गृह जनपद में प्रदान करनी चाहिए। आखिर 8 सालों के बाद प्रदेश का अतिथि शिक्षक कहाँ जायेगा।
जब तक मांग पूरी नहीं होती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस अवसर पर संघ के संजय नौटियाल, प्रवीन जोशी, जीतू करासी, सतेन्द्र रावत, विमल सकलानी, नीशा कोठारी, सुचिता सेमवाल, दीपा, राखी, राजेश आदि लोग उपस्थित रहे।