जय बदरी- जय केदार , हम बचाएंगे पंच बदरी-केदार
के नारों के बीच मद्महेश्वर घाटी के लोग एक जुट हो कर अपने आदि अनादि काल से चले आ रहे जल जंगल और जमीन के अधिकारियों की लड़ाई लड़ने के लिये लामबंद होने लगे हैं । बैठक मे केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने भी कहा सरकार का काम यहां के स्थानीय निवासियों के हक और अधिकारो को मजबूत करना होना चाहिए लेकिन सरकार ना सरकार के तौर पर स्थानीय लोगों के हकों का संरक्षण कर पा रही है ना ही माननीय न्यायालय में स्थानीय लोगों का न्योचित पक्ष रख पा रही है इसके उल्ट पुलिस व प्रशासन को इनको उजाड़ने का कुचक्र रचा जा रहा है ।
जिस तरह से लोगो को उजाड़ा जा रहा उससे लोगों में आक्रोश होना स्वाभाविक है । लोग विरोध भी कर रहे हैं जिस कारण लोगों को उजाड़ने आई वन विभाग की टीम वापिस भी हुयी है । उन्होंने कहा की आज की बैठक में संकल्प लिया कि , गोण्डार से भ्यूंडार तक के लोग मिल कर लड़ाई लड़ेंगे। ऊखीमठ के बुरूवा और कालीशिला के पास चौकी में कुछ मकान तोड़ने की सूचना मिली है। आज खबर मिली है कि, कालीशिला में वन विभाग का अमला पंहुचा है,लेकिन जनाक्रोश के भय से बिना कुछ किए चले गए।
एक ओर उत्तराखंड मांगे भू-कानून । का नारा बुलंद हो रहा है वहीं दूसरी ओर आज सरकार पंच बदरी-पंच केदारों और सनातन धर्म के अन्य पवित्र स्थानों की हजारों सालों से सेवा कर रहे उत्तराखंड के मूल निवासियों को उजाड़ने की साजिश कर रही है।हम सब को मिल कर सरकार को चेताना होगा हमारे अधिकारों की लड़ाई अब थमेगी नहीं जब तक की हमें हमारे जल जंगल और जमीन पर पूर्व की भांति हक नहीं मिल जाता
आज सरकार पंच बदरी-पंच केदारों और सनातन धर्म के अन्य पवित्र स्थानों की हजारों सालों से सेवा कर रहे उत्तराखंड के मूल निवासियों को उजाड़ने की साजिश कर रही है। हमको मिलकर अपने हकों की लड़ाई लड रहे लोगों का साथ देना चाहिए। इस अवसर पर प्रधान गौंडार वीर सिंह, पूर्व सदस्य बीकेटीसी शिव सिंह, रणजीत रावत, एडवोकेट संदीप रावत आदि लोग उपस्थित रहे।