केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने भारतीय डेयरी उद्योग में बदलाव लाने के लिए “दुग्ध संकलन साथी मोबाइल ऐप” लॉन्च किया
उन्होंने कहा कि ऐप इस प्रक्रिया को डिजिटाइज़ करने और दुग्ध उत्पादकों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को साकार करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने मसूरी, उत्तराखंड में “दुग्ध संकलन साथी मोबाइल ऐप” का अनावरण करते हुये इस अवसर पर डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा, “इस ऐप के माध्यम से भारी उद्योग मंत्रालय ने प्रक्रिया को डिजिटल बनाने और दुग्ध उत्पादकों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की सुविधा पहुँचाने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को साकार करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है।” राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आरईआईएल), जयपुर द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया यह अभिनव एप्लिकेशन, भारी उद्योग मंत्रालय के तहत एक “मिनी रत्न” केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है, जो दूध संग्रह प्रक्रिया में विद्यमान चुनौतियां का निपटारा कर भारतीय डेयरी उद्योग पर दीर्घगामी प्रभाव डालने के लिए तैयार है
ऐप का उद्देश्य दूध की गुणवत्ता में सुधार करना, हितधारकों के बीच पारदर्शिता को बढ़ावा देना है, साथ ही दुग्ध सहकारी समितियों सहित जमीनी और ग्राम स्तर पर संचालन को सुव्यवस्थित करना है
दुग्ध संकलन साथी मोबाइल ऐप’ दुग्ध उत्पादकों, सहकारी समितियों, दुग्ध संघों और राज्य संघों सहित दूध संग्रह प्रक्रिया में शामिल सभी हितधारकों के लिए महत्वपूर्ण लाभ लाएगा। ऐप की प्रमुख विशेषताओं और लाभों में शामिल हैं:
हितधारकों के बीच पारदर्शिता में वृद्धि
दुग्ध सहकारी समितियों में भेजे गए दैनिक दूध की ऑनलाइन मॉनिटरिंग
क्लाउड सर्वर से रीयल-टाइम दूध के मूल्य का अपडेट करना, पारदर्शिता सुनिश्चित करना और मानवीय त्रुटियों को समाप्त करना
दूध उत्पादकों का भुगतान और सरकारी सब्सिडी का सीधा लाभार्थी हस्तांतरण एप के माध्यम से दुग्ध उत्पादकों के बैंक खातों में
दूध संग्रह के लिए दुग्ध उत्पादकों को ऐप के माध्यम से सूचनाएं भेजना
अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी, तेलुगु सहित अन्य समर्थित भाषाओं में ऐप
आरईआईएल के प्रबंध निदेशक श्री राकेश चोपड़ा ने कहा कि ‘दुग्ध संकल्प साथी मोबाइल ऐप’ को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए आरईआईएल प्रतिबद्ध है। उन्होंने केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री, सचिव और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया और आरईआईएल के 43वें स्थापना दिवस पर सभी हितधारकों को बधाई दी