चीड़ के जंगलों को आग से रोकने के लिये‌ पीरूल का उपयोग कर उससे उपयोगी सामान बनाने के लिये‌ वन विभाग द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

 चीड़ के जंगलों को आग से रोकने के लिये‌ पीरूल का उपयोग कर उससे उपयोगी सामान बनाने के लिये‌ वन विभाग द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

जनगणमन.लाईव

चीड़ के जंगलों को आग से रोकने के लिये‌ पीरूल का उपयोग कर उससे उपयोगी सामान बनाने के लिये‌ वन विभाग द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया

चीड़ के पेड़ों से झड़ने वाली पत्तियां जंगलों में आग के लगने और आग फैलने का एक बहुत बड़ा कारण होती है। चीड़ का पेड़ और पत्तीयां मे ज्वलनशील तेल होता है जो जल्दी ही आग पकड़ लेता हैं
इसी को देखते हुये अब वन विभाग स्थानीय ग्रामीणो की सहायता से चीड़ की सूखी पत्तियों जिन्हें पिरूल‌ कहां जाता है उसको एकत्रित कर उन्हें उपयोग में लाये‌ जाने की योजना बना रहा है
इसी कड़ी में वन विभाग ने केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर रेंज ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया
सोनला वन पंचायत के टेढा खंसाल‌ में इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में

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