ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को पत्र प्रेषित कर ज्योतिर्मठ में हो रहे भूधंसाव पर चिंता व्यक्त की
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को पत्र प्रेषित कर ज्योतिर्मठ में हो रहे भूधंसाव पर चिंता व्यक्त की है । उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि धार्मिक ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगरी ज्योर्तिमठ को बचाने के लिए निवेदन किया। शंकराचार्य ने नगर के सभी आवासीय भवनों का सर्वे कर प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की मांग की है।
यहां प्रेस को जारी बयान में ज्योतिर्मठ के प्रवक्ता डॉ बृजेश सती ने बताया कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को प्रेषित किया है, जिसमें उन्होंने ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) में हो रहे भूधंसाव पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि संपूर्ण जोशीमठ क्षेत्र के आवासीय भवनों का सर्वे कराया जाए तथा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया जाए। राष्ट्रपति को संबोधित पत्र में शंकराचार्य ने कहा है कि ज्योतिर्मठआदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठों में एक प्रमुख मठ तथा बदरीनाथ धाम का मुख्य आधार स्थल है।
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राष्ट्रपति के अलावा प्रधानमंत्री , उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ,उत्तराखंड के राज्यपाल एवं आपदा प्रबंधन मंत्री को भी इस संदर्भ में पत्र प्रेषित किया गया है।