जुम्मा में बाढ़ जैसी स्थिति, ग्रामीणों में मची अफरा-तफरी
जुम्मा गांव के समीप कल अधिक वर्षा के कारण बीआरओ द्वारा निर्मित सीमान्त गांव को जोड़ने वाला पुल बह चुका है
द्रोणागिरी , जेलम ,कागा ,गरपक ,मलारी ,कोषा, कैलाशपुर ,फरक्या, बम्पा , गमसाली, नीती इन गांवों को जुड़ने सम्पर्क टुटा ।
जोशीमठ। नीती घाटी के उच्च हिमालय क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जुम्मा में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। पानी बढ़ने से में मलबे के साथ भारी बाेल्डर भी बहकर आए हैं। एक भारी-भरकम बोल्डर जोशीमठ-मलारी हाईवे पर जुम्मा गांव के पास स्थित मोटर ब्रिज के नीचे अटक गया है,जिससे पुल ध्वस्त हो गया है । हालांकि नाले में पानी बढ़ने से किसी भी तरह की जन हानि की सूचना नहीं है।
जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर जुम्मा गदेरे में सोमवार को शाम साढ़े सात बजे अचानक पानी बढ़ गया। पानी के साथ मलबा और पत्थर बहकर आए। जिसे देखकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। जुम्मा गांव के प्रत्यक्षदर्शी शैलेंद्र रावत ने बताया कि शाम को साढ़े सात बजे अचानक जुम्मा नाले में बाढ़ जैसी स्थिति आ गई।
नाले में भारी मात्रा में मलबे के साथ पानी बहकर आया। जबकि उस दौरान जुम्मा क्षेत्र में कहीं भी बारिश नहीं हो रही थी। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नाले के उद्गम क्षेत्र में अतिवृष्टि से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। रैणी गांव के पूरन सिंह ने बताया कि जुम्मा नाला बढ़ने से धौली गंगा का जलस्तर बढ़ गया है।
जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि नाले में अचानक पानी बढ़ गया है। नाला बढ़ने से किसी की जन हानि नहीं हुयी है।