केदारनाथ धाम में केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों द्वारा भू स्वामित्व एवं केदारनाथ के गर्भ ग्रह में सोना प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की जाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में आमरण अनशन का आज दूसरा दिन है।वहीं दूसरी और उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने राज्य सरकार को चेतावनी दी कि यदि तीर्थ पुरोहितों की न्यायोचित मांग को पूरा नहीं किया गया ,तो जल्दी ही चारों धामों में आंदोलन किया जाएगा। आमरण अनशन पर बैठे संदीप सेमवाल व कमल तिवारी दूसरे दिन भी आमरण अनशन पर डटे हुए है
2013 केदारनाथ में आयी आपदा में अधिकतर मकान दुकान भवन या तो पूरी तरह छतिग्रस्त हो गये थे या उनको भारी नुक्सान पहुंचा था आपदा के बाद धीरे धीरे यात्रा तो पटरी पर आयी परन्तु केदारपुरी का स्वरूप पहले जैसा नहीं रहा केन्द्र सरकार की पहल पर अब केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत निर्माण कार्य किये जा रहे हैं केदारनाथ के स्थानीय लोगों का कहना है कि उनको आश्वस्त किया गया था कि भवनों के निर्माण के पश्चात उनको उन भवनों का मालिकाना हक दिया जायेगा परन्तु जो कुछ भवन बने हैं उनका मालिकाना हक नहीं दिया गया है और भवनों को तोडने की तैयारी चल रही हैऐसी स्थिति में अब आंदोलन रत लोगों का कहना है केदारनाथ में किये जा रहे निर्माण के कार्य ठप्प करने के अलावा कोई चारा नहीं है जब तक उन्हें लिखित में मालिकाना हक का आश्वासन नहीं मिलता वो केदारनाथ में कोई भी सरकारी निर्माण कार्य नहीं होने देंगे
केदार सभा के अध्यक्ष पं राजकुमार तिवारी ने कहा ऐसे विषय वातावरण व भौगोलिक स्थिति में हमलोगों को आमरण अनशन पर बैठने पर मजबूर होना पड़ रहा है यदि किसी आंदोलन कारी के स्वास्थ्य में गिरावट आती है या किसी भी तरह की कोई घटना होती है तो उसका जिम्मेदार दार शासन प्रशासन व सरकार होगी